अनुपमा की हमशक्ल पर हुआ हमला! अनुपमा की तरह दिखने वाली लड़की से मिला अंश!
आज का एपिसोड भावनाओं और नए रहस्यों से भरा हुआ है। कहानी की शुरुआत मुंबई की लोकल ट्रेन से होती है, जहाँ अनुपमा (अब पूर्णिमा) अपने बेटे और बहू की तस्वीर देखकर मुस्कुरा रही है। इसी बीच, ट्रेन की भीड़ में एक बुजुर्ग टिफिनवाले को धक्का लगता है और वह गिर जाता है। अनुपमा उसकी मदद करती है और लोगों को उनकी जल्दबाज़ी के लिए डांटती है, यह समझाते हुए कि इंसान की जान ट्रेन से ज़्यादा कीमती है। उस बुजुर्ग की कहानी सुनकर, जिसे नौकरी बचाने के लिए समय पर टिफिन पहुँचाना है, अनुपमा भावुक हो जाती है। यह पूरी घटना उसके गुरुजी देख लेते हैं।
दूसरी ओर, शाह हाउस में योग दिवस मनाया जा रहा है। हंसमुख और प्रार्थना योग करके लौटते हैं, लेकिन लीला का ताना-बाना जारी है। वह प्रार्थना को उसकी गर्भावस्था को लेकर ताना मारती है और कहती है कि यह बच्चा अंश का नहीं है, इसलिए उसे अकेले ही सोनोग्राफी के लिए जाना चाहिए। अंश, जो अपनी ज़िम्मेदारी निभाने की कोशिश कर रहा है, लीला की बातों से आहत होता है और प्रार्थना भी दुखी हो जाती है।
एक और कहानी में, अक्षरा अपने डांस और परिवार के बीच फंसी हुई है। उसे मालती देवी और काव्या की बातें याद आती हैं, जो उसे अपने करियर को छोड़कर घर संभालने की सलाह देती थीं। उधर, पूर्णिमा (अनुपमा) अपने गुरुजी को अपनी छिपी हुई डांस प्रतिभा से प्रभावित करती है, लेकिन पूछने पर वह घबराकर मना कर देती है कि उसने कभी डांस नहीं सीखा। गुरुजी उसे एक पौधा इनाम में देते हैं और जीवन के उतार-चढ़ाव के बारे में समझाते हैं।
कहानी में एक और मोड़ तब आता है जब पारितोष जुआ खेलते हुए और अपने अमीर दामाद के बारे में झूठ बोलते हुए दिखाया जाता है, जिससे उसकी आर्थिक तंगी का पता चलता है। सबसे बड़ा ट्विस्ट तब आता है जब अंश और प्रार्थना की मुलाकात अक्षरा से होती है, जो हूबहू अनुपमा जैसी दिखती है। अंश उसे देखकर हैरान रह जाता है। इसी बीच, काव्या अपनी बेटी ईशानी के लिए महंगे कॉस्मेटिक्स चोरी करती है और उसे झूठ बोलना सिखाती है।
एपिसोड के अंत में, अनुपमा की हमशक्ल भारती पर उसका पूर्व पति मंगेश हमला करता है। लेकिन मोहल्ले की औरतें भारती को बचाने के लिए एकजुट हो जाती हैं। अनुपमा (पूर्णिमा) भी भारती का साथ देती है और उसे हिम्मत देती है।
- अनुपमा (पूर्णिमा) एक बुजुर्ग टिफिनवाले की मदद करती है और अपने गुरुजी का दिल जीत लेती है।
- लीला के तानों की वजह से प्रार्थना और अंश के बीच तनाव बढ़ता है।
- काव्या अपनी बेटी को महंगे तोहफे देने के लिए चोरी का रास्ता अपनाती है।
- अनुपमा की हमशक्ल भारती पर उसका पूर्व पति हमला करता है, और मोहल्ले की औरतें उसे बचाती हैं।
- अंश की मुलाकात अनुपमा की तरह दिखने वाली लड़की अक्षरा से होती है।
- काव्या अपनी बेटी के लिए महंगे कॉस्मेटिक्स चोरी करती हुई दिखाई देती है।
- यह पता चलता है कि अनुपमा की हमशक्ल भारती घरेलू हिंसा का शिकार है।
- अंश अब अक्षरा और अपनी माँ अनुपमा के बीच के रिश्ते का पता लगाने की कोशिश करेगा, जिससे वह अनुपमा की डांस अकादमी तक पहुँच सकता है।
- काव्या की चोरी जल्द ही पकड़ी जाएगी, जिससे शाह परिवार में एक नया बखेड़ा खड़ा होगा।
- पूर्णिमा (अनुपमा) अब भारती को उसके अत्याचारी पति के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करेगी और उसे आत्मनिर्भर बनाएगी।